भारत की नदियाँ: संकट में जीवन रेखाएँ

  (जीवा कांत झा) भारत, जिसे अक्सर नदियों की भूमि कहा जाता है, का मूल सार उपमहाद्वीप में बहने वाली असंख्य धाराओं से जुड़ा हुआ है। हिमालय की गोद से निकलने वाली इन नदियों ने प्राचीन काल से सभ्यताओं का पोषण किया है, शुष्क परिदृश्यों को हरे-भरे खेतों में बदल दिया है, जिससे मवेशियों और मानव जीवन दोनों का समान रूप से पोषण होता है। फिर भी, हाल के दशकों में इन जल के प्रति जो श्रद्धा थी, वह कम हो गई है, जिससे शोषण और उपेक्षा का मार्ग प्रशस्त…

Read More

मुविवि के द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के छात्रों को प्रवेश का मौका

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के सत्र 2020-21 के सभी कार्यक्रमों के द्वितीय एवं तृतीय वर्ष में प्रवेश हेतु अंतिम तिथि बढ़ाकर 25 जनवरी कर दी गई है। मीडिया प्रभारी डॉ प्रभात चंद्र मिश्र ने बताया कि कुलपति प्रोफेसर कामेश्वर नाथ सिंह ने अभी तक…

Read More

प्रदेश में युवाओं को खेल के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए प्रमुख सचिव ने खेल संघों के साथ की बैठक

ओलम्पिक खेल संघ के महासचिव आनन्देश्वर पांडेय भी रहे मौजूद   लखनऊ। प्रदेश में युवाओं…

Read More

मिल्खा सिंह और पीटी उषा जैसे एलीट खिलाड़ियों की सूची में शामिल हुई सुधा सिंह, पद्मश्री से किया जा रहा सम्मानित

लंबी दूरी की अनुभवी धाविका सुधा सिंह खुद को पद्मश्री का हकदार मानती हैं लेकिन इस साल इस…

Read More

इंग्लैंड के आलराउंडर मोईन अली बोले, मैं नहीं जानता हम कोहली को कैसे आउट करेंगे

इंग्लैंड के आलराउंडर मोईन अली ने कहा कि वह नहीं जानते कि भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला में…

Read More